सेवा में,

श्रीमान अमित शाह जी

गृहमंत्री, भारत सरकार

विषय : 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के मदरसा व मस्जिद जाने तथा कुरआन पढने पर कठोर प्रतिबंध लगाने तथा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, वक्फ बोर्ड और अल्पसंख्यक आयोग समाप्त करने हेतु

महोदय,

              विषयान्तर्गत सविनय निवेदन हैं कि जिस समस्या के निवारण के लिए भारत – विभाजन हुआ था, आज वो समस्या फिर से खडी हो गई हैं। अरब के मुहम्मदी साम्राज्यवाद से प्रेरित चरमपंथी शक्तियां देशभर में साम्प्रदायिक उन्माद फ़ैलाने में लगी हुई हैं। भारत के संविधान में उल्लेखित अल्पसंख्यक की अपरिभाषित अवधारणा के चलते सभी राजनीतिक पार्टियाँ साम्प्रदायिक आधार पर मुसलमानों, बौद्धों व ईसाईयों का तुष्टीकरण करने में लगी हुई हैं। साम्प्रदायिक आधार पर अल्पसंख्यक आयोग व अल्पसंख्यक मंत्रालय का गठन कर दिया गया हैं। देश के नागरिकों को मत के आधार पर बांट दिया गया है जोकि सम - विधान के विरुद्ध हैं।

सरकारों द्वारा जनता के टैक्स के पैसों से अल्पसंख्यक सशक्तिकरण की अनेकों योजनाएं चलाई जा रही है। कुरआन व इस्लामिक हदीसों पर सार्वजनिक चर्चा कराये बिना ही मदरसा शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा हैं, जबकि मदरसों में अन्य विषयों के साथ कुरआन व हदीसों की शिक्षा भी दी जाती है, जो मानवता के लिए हानिकारक हैं,इससे बच्चों में मजहबी कट्टरवाद बढ़ता हैं, यह राष्ट्रीय एकता के लिए बहुत घातक हैं।दिन में पांच बार लाउडस्पीकरों पर उच्च आवाज में नमाज पढ़ी जा रही है, जिससे ना केवल ध्वनी प्रदूषण फैलता हैं बल्कि यह संवैधानिक व सामाजिक नियमों के विरुद्ध भी हैं। साथ ही अजान में केवल अल्लाह को ही पूजनीय बताया जाता है, जो गैर मुहम्मदी मतों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बात हैं। लाउडस्पीकर पर नमाज मुहम्मदवाद के भी विरुद्ध है, क्योंकि कुरआन में लाउडस्पीकर का कोई उल्लेख नहीं हैं। इसलिए राष्ट्रीय सनातन पार्टी मांग करती है कि सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवाए जायें, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के मदरसा व मस्जिद जाने तथा कुरआन पढने पर कठोर प्रतिबंध लगाया जायें।

अरब साम्राज्यवादी विचारधारा के कट्टरपंथी मुसलमान मजहबी मौलाना देश के बहुसंख्यक हिन्दुओं को डरा रहे हैं, खुलेआम साम्प्रदायिक दंगे कराने की धमकी दे रहे हैं। हिन्दुओं की शोभायात्राओं पर आक्रमण किये जा रहे है, पत्थर फैंके जा रहे हैं, तलवारों से हमला किया जा रहा हैं। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड तो साम्प्रदायिक आधार पर भारत का पुन: विभाजन करने की मांग तक कर चुका हैं। देश में मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के नाम पर समान्तर सरकार चलाया जाना स्वीकार नहीं किया जा सकता। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड व वक्फ बोर्ड के कार्यों से देश में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ रहा हैं, जो राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए घातक हैं, और कालांतर में गृहयुद्ध का कारण भी बन सकता हैं।

महोदय जी ! आप राष्ट्र के मान्य गृहमंत्री जी हैं, अत: हम आपसे राष्ट्र हित में करबद्ध निवेदन करते है कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड व वक्फ बोर्ड को समाप्त किया जायें. वक्फ संपत्ति व शत्रु संपत्ति का राष्ट्रीयकरण किया जाये और जो लोग देश में साम्प्रदायिक विद्वेष का जहर घोल रहे है, ऐसे असामाजिक तत्वों को देशद्रोह के अपराध में दण्डित किया जाये।

हमें आपसे आशा हैं कि आप हमारे आग्रह पर स्नेहपूर्वक ध्यान देगे, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के मदरसा व मस्जिद जाने तथा कुरआन पढने पर कठोर प्रतिबंध लगाएगे तथा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, वक्फ बोर्ड और अल्पसंख्यक आयोग समाप्त करके देश में साम्प्रदायिक विद्वेष का जहर घोल रहे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्यवाही करेगे।

प्रार्थी



विश्वजीत सिंह अनंत  
राष्ट्रीय अध्यक्ष               
राष्ट्रीय सनातन पार्टी